(Prepaid) और (Postpaid) sim क्या होता है - 2020 की नई जानकारी

हम यहाँ जानने वाले हैं prepaid और postpaid sim क्या होता है दोनों में क्या फर्क देखने को मिलता है और आप यह दोनों ही sim से किस तरह फायदा उठा सकते हैं. 

prepaid or postpaid sim kya hota hai

prepaid और postpaid sim क्या होता है? (prepaid and postpaid meaning in hindi)

दोस्तों हम हमेशा यही सोचते हैं कि कौन सा sim card हमें लेना चाहिए ज्यादातर लोग हमेशा prepaid sim card का इस्तेमाल करते हैं और इसी sim के साथ रहना भी पसंद करते हैं लेकिन कुछ company ऐसी होती है जो हमें बार-बार call कर के कहती है कि आप postpaid sim को ले लीजिए और sim इस-इस offer में आपको मिल जाएगा आपको कुछ भी रुपए भरने की जरूरत नहीं है और कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो इसे खरीद लेते हैं तो हम इसके difference के बारे में यहाँ बात करेंगे

लेकिन क्या आप जानते हैं कि prepaid sim के अलावा अगर postpaid sim लेते हैं तो आपको इसमें prepaid के बदले काफी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है दोस्तों आजकल हर company यही चाहती है कि उनका user हमेशा पोस्टपेड का ही इस्तेमाल करें क्योंकि किसी भी टेलीकॉम company को postpaid सिम का इस्तेमाल करने के लिए सबसे ज्यादा फायदा कंपनी को होता है इसलिए कोई भी कंपनी हमेशा postpaid sim लेने के लिए ही आपको कहती है

अगर आप prepaid sim लेना चाहते हैं तो आपको यह सिम किसी भी आम दुकान में मिल जाएगा लेकिन अगर आप उस postpaid सिम कार्ड को लेते हैं तो आपको इसके लिए उस टेलीकॉम कंपनी के office में ही जाना पड़ेगा और आप वहां से आसानी से इसे ले सकते हैं 

प्रीपेड सिम कार्ड (prepaid meaning)

दोस्तों prepaid sim card का मतलब यही होता है कि अगर आपको sim का इस्तेमाल करना है तो आपको सबसे पहले उस पर prepaid recharge करवाना होगा यानी पहले आपको recharge करके उसमें balance डालना होगा और जितना भी आपने उसमें balance डाला होता है या आपने monthly pack डाला होता है तो आप उस हिसाब से अपने sim card का इस्तेमाल कर सकते हैं और जब तक आपने उसमें balance डाला है तब तक वह सिम कार्ड चालू रहेगा इसके बाद बैलेंस खत्म हो जाएगा तो बाद में आप कोई भी call message नहीं कर सकेंगे

अगर आप चाहते हैं कि इस sim card फिर से इस्तेमाल करना तो इसके लिए आपको फिर से कोई recharge कराना पड़ेगा और आपको इस तरह हमेशा shop में जाकर या online echarge करना पड़ेगा आपको यह sim card इस तरह से इस्तेमाल करना पड़ेगा लेकिन इसमें आपको यह एक फायदा मिलता है कि अगर कभी भी कोई company अपना रिचार्ज amount बढ़ा देती है तो आपको इस sim card से दूसरे sim card पर port करने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी अगर आप किसी और टेलीकॉम कंपनी को पसंद करते हैं तो आप इसी नंबर से port करके इसी नंबर को लेके company बदल सकते हैं काफी आसानी से यह किसी भी शॉप में जाकर कर सकते हैं 

पोस्टपेड सिम कार्ड (postpaid meaning)

postpaid sim card लेना आम नागरिकों को कभी-कभी बहुत ज्यादा परेशानी में डाल देता है तो हम आज इस पोस्ट में आपको इससे जुड़े सभी अच्छी और नुकसान होने वाली बातें आपको बताऊंगा सबसे पहले postpaid होता क्या है उसके बारे में postpaid means आपको अपने sim card का इस्तेमाल करने के बाद आपको पैसे भरने होते हैं यानी कंपनी आपको पहले सिम का इस्तमाल करने को कहेगी और बाद में आपने जितना भी कुछ इस्तेमाल किया हुआ है वह बिल आपको उस हिसाब से आपके घर पर पहुंचा देती है

जिस तरह से पहले लैंडलाइन कंपनियां होती थी आपको उसमें इस्तेमाल करना होता था और जो भी बिल होता था आपको आपके घर तक उसका बिल आता था और आप उसी हिसाब से payment कर दिया करते थे ठीक postpaid में यही काम होता है अब देखोगे की बहुत से company आपको बार बार फोन करके postpaid में सिम कार्ड बदलने को कहती है

 इसमें आपका फायदा बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन एक फायदा है कि आपका सिम कार्ड कभी भी रिचार्ज करवाना नहीं पड़ेगा जिस तरह prepaid में आपको पहले rechargeऔर फिर इस्तेमाल करना पड़ता है इसमें ऐसा नहीं है इसमें आपकी सर्विस बंद नहीं होती है आप हमेशा इस्तेमाल कर सकते हैं और जो भी इस्तमाल किया होता है उसे भरते रहना पड़ता है 

postpaid sim के फायदे और नुक्सान

यहां मैं बात करने वाला हूं postpaid में आपका क्या फायदा और नुकसान है तो दोस्तों postpaid में ऐसा होता है कि जब भी आप post सिम कार्ड लेते हैं तो आपको recharge का जो भी ammount होता है वह तो आपको लगता है लेकिन इसके बाद भी कंपनी कुछ और चार्जेस लगाती है जैसे कि अगर आप का कोई monthly pack रहता है तो उस पर कंपनी अपनी सर्विस देने के लिए ₹200 से ₹500 तक का चार्ज भी लगाती है और आपको यह सब payment मिलाकर भरना पड़ता है

कभी-कभी ऐसा भी होता है कि postpaid में अगर कोई offer चालू है उस पर ऑफर का इस्तेमाल आप कर रहे हैं लेकिन अगर कभी वहां पर बंद हो जाता है तो कोई भी कंपनी आपको बिना बताए उस sevice को हटाकर कोई और लगा देती है और कभी-कभी आपको बहुत ज्यादा पैसे भी भरने पड़ते हैं ऐसे में आपको नुकसान भी झेलना पड़ता है

कोई भी कंपनी यह सब आपको बिना बताये कर सकती है और बाद में आपको सिर्फ इसकी परेशानी को ही झेलना पड़ सकता है क्योंकि कभी-कभी ऐसा भी होता है जब सिम कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो भी आपको एक monthly payment इसका इस्तेमाल करने के लिए देना ही होगा लेकिन prepaid में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है आप जब recharge करेंगे तब इस्तेमाल करेंगे पोस्टपेड में आपको इस्तेमाल ना करने के भी पैसे भरने पड़ सकते हैं

online mobile recharge app


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conclusion

दोस्तों अब आप समझ रहे हैं कि आपको कौन सा sim card लेना है prepaid या postpaid अगर आप यह चाहते हैं कि आप कि service कभी भी बंद नहीं हो और बिना रुके आप sim card का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप बेशक postpaid का इस्तेमाल कर सकते हैं और बिना रुके आप इस सर्विस का इस्तेमाल कर सकते बस आपको हर महीने आने वाले बिल को payment करता रहना पड़ेगा अगर आपके पास समय नहीं है तो आप बेशक prepaid को ले सकते हैं

prepaid में आपको इतना फायदा होता है कि जब भी आप रिचार्ज मारने जाते हैं तो आपको शॉप वाले ही यह बता देते है कि आप इस plan को लीजिये या offer में है और आपको यह सस्ता भी मिल सकता है इस तरह आपके पैसे भी कुछ बच जाते हैं और कौन से plan चल रहे हैं उस समय उस टेलीकॉम कंपनी पर तो आप अपने नजदीकी दुकान में जाकर आसानी से पता लगा सकते हैं




यानी अगर आप shop में हमेशा आ रहे जा रहे हैं तो आपको अपने सिम कार्ड के offer के बारे में ज्यादा जानकारी अच्छे से होगी लेकिन यह postpaid में ऐसा बहुत ही कम होता है यह कंपनियां नहीं बताती है आपको और बहुत बार तो ऐसा भी होता है कि प्रीपेड और पोस्टपेड में दोनों में ही अलग-अलग offer होते हैं दोनों में एक तरह के ऑफर कुछ company नहीं देती है

दोस्तों उम्मीद है मुझे आप जान चुके हैं कि prepaid और postpaid sim क्या होता है और अब आप एक बेहतर sim इस्तेमाल करने के लिए तैयार है अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और उन्हें भी प्रीपेड और पोस्टपेड के बारे में अच्छी जानकारी शेयर करें धन्यवाद.

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